गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

भ्रष्टाचार के विरुद्ध जन आन्दोलन के समर्थन में आगे आये ..जय हिंद



"बूढ़े भारत में छाई फिर से नई जवानी है खूब लड़ रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना भी जनता ने भी साथ देने की ठानी है" 72 वर्ष के बुजुर्ग किशन बाबू राव हजारे जिन्हें सारा देश आज अन्ना हजारे के नाम से जानता है ..देश के रियल हीरो बन गए है ..अन्ना 5 अप्रैल 2011 को दिल्ली के जंतर मंतर में आमरण अनशन पर बैठ गए मेरे द्वारा ये विचार भाव को लिखते तक अनशन के करीब 62 घंटे पूरे हो चुके है..बड़ा अच्छा लग रहा है की जनता की आवाज़ बुलंद कर रहे अन्ना को देश भर की आम जनता समर्थन दे रही है अपने रोज़ के कम काज में ही व्यस्त , थोडा समय मिला तो टीवी पर सास बहू के सीरियल देखने में मस्त हो जाने वाली जनता .इस जन आन्दोलन में शरीक हो रही है ..कोई सडक किनारे सामाजिक कार्यकर्ताओ के साथ अनशन पर है तो इंटरनेट और मोबाइल फोन्स के ज़रिये समर्थन के एसएमएस कर रहा है और कुछ नहीं तो टीवी के डेली सोप का त्याग करके महिलाये भी न्यूज़ चैनल में देश भर में हो रहे इस महाआन्दोलन के उफान को महसूस कर रही है ...ये सारे घटनाक्रम सकारात्मक संकेत है देश के लिए ..कभी राजनेताओ को ,तो कभी सिस्टम को ,तो कभी अपनी खुद की कमजोरियों आरोपित और स्वीकार करने वाली जनता निराशा और
नीरसता 
 
के
 जंजाल से मुक्त होकर अपनी ताकत का भान कर रही है...अन्ना के समर्थन में पूरा देश है इसमें आम जनता की सहभागिता सबसे ज्यादा है क्योंकि अन्ना नहीं चाहते की उनके सत्याग्रह में राजनैतिक दिखावे की छीटे पड़े ..बिना किसी चाटुकारिता के ,बिना किसी बहकावे के देश भर में किसी उद्देश्य को लेकर इतना बड़ा जनसमर्थन प्राप्त होना ये दर्शाता है कि भारत स्वाभिमान
जाग रहा है
 ..परसों ही समाज
के
 जाने माने बुजुर्ग और प्रसिद्ध गाँधीवादी नेता केयूर भूषण जी से मुलाकात
की
 जो इण्डिया अगेंस्ट करप्शन और भारत स्वाभिमान मंच द्वारा अन्ना के समर्थन में हो रहे आमरण अनशन के रायपुर के आजाद चौंक में मौजूद गाँधी जी की प्रतिमा के नीचे अनशन में सम्मिलित हुए थे ..उनसे मैंने पूछा क्या भारत स्वाभिमान जागेगा तो उन्होंने कहा की ज़रूर जागेगा क्योंकि देश की जनता चाहती है उन्हें ईमानदार सरकार मिले और उनकी ये ही इच्छा भारत स्वाभिमान जगाएगी और बाबा रामदेव और अन्ना हजारे की मुहीम ज़रूर रंग लाएगी ...कहने का मतलब ये है की आज़ादी के बाद अंगड़ाई लेते देश को मिले यौवनकाल के जोश से लेकर भ्रष्टाचार के दलदल में फस चुके भारत की वर्त्तमान स्थिति को महसूस कर चुके बुजुर्ग जब आज भी उर्जावान और आशावान है तो हम क्यों
 कुछ 
 बदलने का ज़ज्बे से पीछे है ..गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अन्ना को भ्रष्टाचार के विरोध का प्रतिक बता दिया ,उन्हें इंदिरा गाँधी के शासनकाल में लगी इमरजेंसी के वक़्त तत्कालीन हालत में देश के हीरो कहलाये जेपी की तरह बताया ...अरे मोदी साहब यहाँ भी कोंग्रेस विरोधी बातो को दोहराने का मौका नहीं छोड़ रहे ..अन्ना को हीरो बताया ये सही है मगर आपातकाल वाली बात कहना गले से नहीं उतरती ..आज देश की जनता जागरूक है ...लोग अपनी बात सरकार <䁳pan class="tran聳l_class" id="509" title="Click to correct">तक पहुचना जानते है और ये जनांदोलन इस बात का प्रमाण है ...बड़े दुःख की बात है की राजनेता अब भी आरोप प्रत्यारोप की राजनीती में लगे है..यू पी सरकार पूरी तरह फ्लॉप साबित हो रही है और जनता को किसी और राजनैतिक दल या गठबंधन पर भरोसा नहीं रहा ..उन्हें ये भी लगता है कि सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे है.. अब वोट देकर किसी को तो लाना ही है तो क्यों उस चुने हुए नेता के लिए ऐसा मार्ग तय कर दिया जाये जिसमे चल कर उसे केवल जनहित में कार्य करना हो ..केवल स्वयंहित में नहीं..ऐसा मार्ग तैयार कर दिया जाये जिसमे भ्रष्टाचार निरोधी ब्रेकर्स हो ...ताकि वह सौम्यता के साथ राष्ट्रहित में कार्य कर सके ...और ये सब संभव है जन लोकपाल बिल के लागू किये जाने से ..सिस्टम बनाने वालो से लेकर सिस्टम चलने वालो तक के दुराचरण पर शिकंजा होगा पर दुर्भाग्य है कि वर्त्तमान युग का कोई भी राजनेता ऐसा दिल से नहीं चाहेगा ...फिलहाल जनआन्दोलन की उर्जा को देखकर सरकार अन्ना के अनशन के सामने झुकती नज़र रही है जो उत्साहवर्धक खबर है मगर इतना तो साफ़ है कि अगर ये बिल पास हो जाता है देश में नक्सलवाद जैसी समस्या भी जल्द ही दम तोड़ देगी .अंत में यही कहना चाहता हूँ की अगर आप अपनी दिनचर्या के महत्वपूर्ण कार्यो के विपरीत जाकर भ्रष्टाचार के विरुद्ध अनशन नहीं कर सकते तो कोई बात नहीं कम से कम देश हित से जुड़े हर विचार का प्रचार तो कर ही सकते है भ्रष्टाचार के विरोध में नीरस पड़े जन समूह में भाव तो जगा सकते है ..ये छोटा सा प्रयास असर दिखायेगा ...अपने काम करते रहिये मगर जो बन पड़े कीजिये ..फेसबुक पर विचार रखिये ,ब्लॉग लिखिए ,ट्विट कीजिये एसएमएस कीजिये जो बन पड़े कीजिये ...आपका अभिनव प्रयास ज़रूर असर दिखायेगा और अन्ना का अनशन इसका प्रमाण है जय हिंद जय हिंदुस्तान ..देश के हीरो अन्ना को सलाम भ्रष्टाचार के जन आन्दोलन के समर्थन में (धीरेन्द्र गिरि गोस्वामी )जय हिंद

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें